(मध्यप्रदेश की खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल ने एक्शन में आते हुए 84 लाख के स्कॉलरशिप घोटाले में एफआईआर दर्ज कराई है)
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले से बड़ा मामला सामने आया है। जहां बाबू को चपरासी बनाने वाली कलेक्टर भव्या मित्तल फिर से एक्शन में आईं और पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ 84 लाख 39 हजार 977 रुपए की स्कॉलरशिप घोटाले का मामला सामने आया है।
इस पूरे मामले पर सहायक संचालक इतिशा जैन, डीडीओ क्रिएटर अभिषेक दुबे और लेखा प्रभारी शेखर रावत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इन लोगों पर आरोप है कि साल 2021-2022 और 2022-23 में पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों की स्कॉलरशिप को 79 फर्जी खातों में डालकर निकाल लिया।
फर्जी साइन का इस्तेमाल करके गलत तरीके से भेजी गई राशि
कलेक्टर भव्या मित्तल ने बताया कि ओबीसी विभाग की जांच हुई थी। जिसमें क्रिएटर और अप्रूवर के डिजिटल सिग्नेचर से पैसे निकाले गए। डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल करके गलत तरीके से पैसे ट्रांसफर किए गए। इसमें हमने वसूल के आदेश भी दिए हैं। एफआईआर में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है। जांच में शामिल बाकी लोग पाए जाते हैं तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा। बड़े स्तर की गड़बड़ी हुई। इसका जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी होता है।
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़
कलेक्टर ने कहा कि उन छात्रों के भविष्य के साथ बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। जो पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग से आते हैं। विभाग का मकसद छात्रों की मदद के लिए छात्रवृत्ति देना था, लेकिन अधिकारियों ने वह पैसा अपनी जेब में डाल लिया। उन्होंने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।





