
जबलपुर मध्यप्रदेश
जबलपुर। शहर बढ़ रहा है, आबादी बढ़ रही है टू-व्हीलर से लेकर फोर व्हीलर्स तक की सं या बढ़ रही है, शहर में लखपती और करोड़पती लोगों की भी संख्या बढ़ रही है, तो इसी बीच शहर में लाईसेंसी हथियार रखने का के्रज भी बढ़ रहा है। कोई सुरक्षा के लिये बंदूक लेकर घूम रहा है तो किसी ने रिवाल्वर रखना स्टेटस सि बल बन गया है। आज जिले में छह हजार से ज्यादा लोगों के पास शस्त्र लाइसेंस है। वहीं शस्त्र के लिये सैंकड़ों आवेदन पेंडिंग पड़े हैं। कलेक्ट्रेट शस्त्र शाख से प्राप्त जानकारी के अनुसर हाल जबलपुर जिले में कुल 6657 शस्त्र लाइसेंस हैं। जिनमें से 4024 शहरी क्षेत्र में तो 2633 ग्रामीण क्षेत्र में हैं. वहीं सबसे ज्यादा लाइसेंस बीएल गन (बारह बोर) के हैं। जिले में इनकी सं या 4096 है, जो कुल लाइसेंसों का करीब 62 प्रतिशत हैं। सबसे कम लायसेंस बीएल गन (भरमार) के हैं, इनकी सं या महज 653 है। इसी तरह से रिवाल्वर के महज 832 और रायफल के 1076 लाइसेंस हैं।
आत्महत्या में हो रही है इस्तेमाल
हलांकी ऐसे बहुत कम मामले सामने आये हैं जिनमें किसी अपराधिक गतिविधियों में लाइसेंसी हत्यार का इस्तेमाल हुआ हो। लेकिन शहर में ऐसे अनेक मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें आत्महत्या के लिये परिवार के ही किसी सदस्य की लायसेंसी बंदूक का इस्तेमाल किया गया हो। लायसेंसी बंदूकों से आत्महत्या के बढ़ते मामलों से शासन प्रशासन भी चिंतित है, लेकिन इसका कोई समाधान किसी के पास नहीं