गजेन्द्र सेंगर जबलपुर
जबलपुर सहायक आबकारी आयुक्त द्वारा बरेला शराब दुकान में घुसकर कर्मचारियों से गई मारपीट और उसके बाद ठेकेदार अजय सिंह बघेल (जाग्रति इंटरप्राईजेज ) की सामने आई शिकायत को आबकारी आयुक्त मध्यप्रदेश अभिजीत अग्रवाल ने बड़ी गंभीरता से लिया है। तत्काल अपर आयुक्त को जांच के लिए जबलपुर रवाना किया गया है। आयुक्त आबकारी ने जांच प्रतिवेदन जल्द देने के निर्देश भी दिए हैं।बात साफ है कि मामले की जांच आज दोपहर से ही शुरू हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि 17 जुलाई को दुकानों में जांच करने पहुंचे सहायक आबकारी आयुक्त आपा खो बैठे थे और ठेकेदार के कर्मचारियों पीट दिया था। उक्त घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस थाना पहुंचे शराब ठेकेदार ने सहायक आबकारी आयुक्त पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए संजीव दुबे सहित अधिकारी इंद्रेश तिवारी और आरक्षक एवं ड्राइवर पर मारपीट का आरोप लगाया है।
ठेकेदार ने पुलिस के साथ ही अपनी शिकायत आबकारी प्रदेश आयुक्त अभिजीत अग्रवाल सहित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा के अलावा प्रमुख सचिव वाणिज्यकर तक शिकायत भेज दी थी। हालांकि की यह विवाद शराब तस्करी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
बताया जाता है कि 17 जुलाई को आबकारी विभाग ने अवैध मदिरा के परिवहन को लेकर राजुल पार्क तिलहरी थाना गोरा बाजार से तीन चार पहिया वाहन पकड़े थे। कुल 216.75 बल्क लीटर मदिरा बरामद कर मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 संशोधन 2000 की धारा 34(1) क एवं 34 (2) के तहत तीन प्रकरण पंजीबद्ध किए गए थे।
मौके मिले मारुति सुजुकी रिट्ज, फोर्ड इकोस्पोर्ट एवं टाटा जेस्ट कार को जप्त किया था। बताया जाता है कि तिलहरी में पकड़ी गई अवैध शराब की जानकारी मिलने के बाद सहायक आयुक्त संजीव दुबे स्वयं ही इंद्रेश तिवारी को लेकर बरेला समूह की दुकानों पर जांच करने पहुंच गए थे। इस दौरान उन्हे कर्मचारियों द्वारा रोके जाने पर यह विवाद हो गया।
बताया जा रहा है कि बरेला समूह की चारों शराब दुकानों का ठेकेदार अजय सिंह बघेल है। आयुक्त आबकारी, मध्यप्रदेश अभिजीत अग्रवाल ने कहा कि यह मामला मेरे भी संज्ञान में आ चुका है। इस पर अपर आयुक्त को जांच कर प्रतिवेदन देने निर्देशित किया गया है फिलहाल तो उसके बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।





