जबलपुर इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां पटवारी संघ ने साथी पटवारी राजेंद्र कुंजे के खिलाफ दर्ज FIR को खारिज करने और बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं पटवारी संघ के मुक्ता चौकसे, नरेश दुबे, मुकेश मिश्रा, पंकज पाठक, आनंद चौकसे, संतोष राय, राजेश मेहरा, विवेक जैन, राहुल गौतम, शरद दुबे, सौरभ शर्मा आदि ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि जब तक पटवारी राजेंद्र कुंजे खिलाफ दर्ज FIR को खारिज करके बिना शर्त रिहाई नहीं हो जाती तब तक अनिश्चित हड़ताल पर रहेंगे,पटवारी की हड़ताल पर जाने से आम लोगों के काम रुक गए हैं जिससे लोग परेशान हो रहे हैं
यह है मामला- मामला दरअसल चरगवां पुलिस द्वारा नियोक्ता को सूचना दिए बगैर ही पटवारी को डायरेक्ट गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर देने से जुड़ा है जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया है। इससे मामला गर्माया हुआ है। चूंकि प्रकरण के संदर्भ में पटवारी पहले ही कलेक्टर दीपक सक्सेना से मुलाकात कर चुके हैं। कलेक्टर ने भी इस मामले पर यह आश्चर्य व्यक्त किया है कि पुलिस को यह कार्रवाई करने से पहले तहसीलदार या एसडीएम को सूचित करना चाहिए था। इस प्रकरण से नाराज पटवारियों ने तीन दिन का सामूहिक अवकाश ले लिया
था। उधर अपने संकल्प के अनुसार आज सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इधर पटवारियों की हड़ताल को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है इसलिए पुलिस द्वारा भी इस मामले को शॉर्ट आउट करने का प्रयास किया जा रहा है।
महा अभियान की फिर टांग टूटी- पटवारियों का कहना है कि जब तक चरगवां थाना प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होती और उनके साथी राजेंद्र कुंजे की रिहाई नहीं होती तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इधर पटवारियों द्वारा चार दिन से काम नहीं किए जाने और अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की सूचना से भरे राजस्व महाअभियान 3.0 की टांग टूट गई है। पहले तहसीलदार नायब तहसीलदार और अब पटवारियों की हड़ताल के कारण प्रशासनिक कामकाज चौपट हो गया है। राजस्व के सीमांकन, नामांतरण, बंटवारा, फौती नामांतरण जैसे काम ठप्प पड़े हैं। उधर पटवारियों का कहना है कि तहसीलदारों ने भी उनके आंदोलन को नैतिक रुप से अपना समर्थन दिया है।