ग्रामीण क्षेत्रों में 7 लाख व नगरीय क्षेत्र में 92 हजार पौधों का होगा रोपण

जल गंगा संवर्धन के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु बैठक संपन्न
शहडोल 10 जून 2024 को जल गंगा संवर्धन अभियान के शहडोल जिले में प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आज कलेक्टर कार्यालय की विराट सभागार में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रभा मिश्रा, विधायक जयसिंहनगर मनीषा सिंह, कलेक्टर तरुण भटनागर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में जल संरक्षण और संर्वधन के लिए जल गंगा संर्वधन अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान और शहडोल जिले की धरोहरों को बचाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियो व अन्य आमजन को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 7 लाख व नगरीय क्षेत्र में 92 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा।
बैठक में जनप्रतिनिधियों को बताया गया कि जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल संरक्षण तथा संवर्धन के अपूर्ण कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर इस अभियान में पूर्ण कराया जाएगा, मनरेगा से निर्मित तालाब निर्माण के पूर्ण कार्य जी 05 वर्ष या अधिक पुराने हैं तथा जिनमें नरेगा से जीर्णोद्वार गहरीकरण का कार्य आवश्यक है के जीर्णोद्धार/ गहरीकरण का कार्य अभियान अंतर्गत लिया जाए मनरेगा अंतर्गत अनुमत्य कार्यों को ही लिया जाए तथा शेष कार्यों हेतु अन्य मद पजेरो 15 वां वित्त आयोग, टाइड फंड, पांचवा वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग DMF, पंचायत निधि, सांसद/विधायक निधि इत्यादि का उपयोग किया जाएगा,जल संरक्षण कायों में मनरेगा की मार्गदर्शिका के अध्याय 07 की कंडिका 7.12.3 का पालन सुनिश्चित किया जाए। पुराने कुऐ एवं बावडी जीर्णोद्धार के कार्य पूर्व वर्षों में सघनता से मनरेगा से लिए गए है, जीर्णोद्धार हेतु रोष बावड़ियों को मनरेगा के प्रावधानों के अनुरूप लिया जा सकता है। जल संग्रहण संरचना के पुनरोद्वार जीर्णोद्धार के अंतर्गत मुख्य रूप से कैचमेंट क्षेत्र में अवरोध का चिन्हांकन कर उपस्थित अवरोधों अतिक्रमण को हटाकर, फीडरचैनल बनाकर या अन्य आवश्यक उपाय कर पानी की आवक में वृद्धि किया जाना। पानी का रिसाव रोकने के लिये पडल तथा आवश्यक हर्टिंग कार्य, डूब क्षेत्र का निर्धारण कर उपस्थित अवरोधी,अतिक्रमण को हटाया जाना। पूर्व निर्मित तालाब के पाल (बंड) की मिटट्टी के कटाव अथवा क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में तालाब के पाल (बबंड) को उसके मूल स्वरूप में पुनः निर्मित (Re-Sectioning) किया जाना, तालाबों की पिचिग, बोल्डर-टो तथा घाट आदि की मरम्मत का कार्य,वेस्ट वियर के स्थान तथा रूपांकन में सुधार कर मरम्मत कार्य मनरेगा के अतिरिक्त अन्य मद से जल संरचनाओं से गाद निकालना एवं गहरीकरण का कार्य किया जाना। आवश्यकता अनुरुप नवीन फीडर चैनल/फीडर ब्रण्ड का निर्माण। कैचमेंट क्षेत्र से अवरोधो को हटाना। हाईड्रोलिक गणना कर चेकडेम स्टापडेम में गेट लगाना तथा मेन वॉल, साईड वॉल, की-वॉल, एप्रोन इत्यादि में मरम्मत/अतिरिक्त निर्माण कार्य। अन्य तकनीकी रूप से आवश्यक कार्य। तालाब जीर्णोद्धार हेतु पुष्क धरोहर अभियान अंतर्गत जारी निर्देशों में प्रदत्त तकनीकी निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए। जल संरचनाओं के चयन के साथ-साथ इनके जीर्णोद्धार तथा नवीनीकरण के परिणाम संयोजित (Outcome linked) उददेश्य जैसे जल प्रदाय, पर्यटन, भू-जल संरक्षण, मत्स्य पालन, सिघाड़े का उत्पादन आदि के कार्य किए जाएंगे।
बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल, नगरपालिका उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजेश जैन सहित अन्य जन प्रतिनिधि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे शहडोल से फरीद खान की रिपोर्ट