श्रीलका

कोलंबो। श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. खबर है कि देश के पूर्व रानिल विक्रमसिंघे के आवास को वहां के लोगों ने आग के हवाले कर दिया है. भीड़ पूरी तरह से हिंसक हो गई है. भयंकर महंगाई का सामना कर रहे लोग अब पूरी तरह से श्रीलंका के बड़े नेताओं को अपना निशाना बना रहे हैं.
श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. देश के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उच्च मुद्रास्फीति के खिलाफ श्रीलंका के लोग सड़कों पर उतर आए. इससे पहले स्पीकर हाउस पर जूम पर हुई नेताओं की बैठक में राष्ट्रपति और पीएम का पद छोड़ने की पेशकश की गई थी.
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के कोलंबो स्थित आवास में घुस गए और विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों के गुस्से को देखकर वे फिलहाल राष्ट्रपति आवास से फरार हो गए.

प्रदर्शनकारियों ने सांसद रजिता सेनारत्ने के आवास पर पथराव और आगजनी की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों की हिंसक भीड़ गाले क्रिकेट स्टेडियम पहुंची, जहां ऑस्ट्रेलिया-श्रीलंका का मैच चल रहा है.
इससे पहले, प्रदर्शनकारी जनता ने 11 मई को तत्कालीन श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे के आवास को घेर लिया था, जब पीएम भी घर से भाग गए थे। अब राष्ट्रपति के कुर्सी छोड़ने की मांग जोर-शोर से उठ रही है. कुछ स्थानों पर सुरक्षा बलों और हिंसक भीड़ के बीच भी झड़पें देखी गईं.

अभी कुछ दिन पहले विश्व खाद्य कार्यक्रम की नई खाद्य असुरक्षा रिपोर्ट में कहा गया था कि श्रीलंका में 10 में से तीन परिवार अनिश्चित हैं कि उन्हें भोजन मिलेगा या नहीं, उन्हें यह कहां मिलेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका में 60 लाख श्रीलंकाई भूख के कगार पर हैं.