
रीवा मध्यप्रदेश
यशस्वी को ‘लिटिल गुगल ब्वाय’ के नाम से जाने जाते हैं।
भारत में टैलेंट की कमी नहीं है। छोटे से बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक लोगों में कुछ न कुछ खास टैलेंट है। लेकिन, क्या आप सोच सकते है कि, महज 16 महीने का बच्चा ऐसा कुछ कर दिखाएगा, जिसकी वजह से उसके नाम एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हो जाएंगे। जी हाँ, हम बात कर रहे है मध्य प्रदेश में रहने वाले एक बच्चे की जिन्होंने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है।
रीवा शहर का 16 महीने का बच्चा गूगल बॉय के नाम से अपनी पहचान बना ली है. इतना ही नहीं इस नन्हे बच्चे ने इतनी कम उम्र में अपने नाम तीन रिकॉर्ड भी कर लिया है. रीवा के इस नन्हे बच्चे का नाम यशस्वी मिश्रा है. जो कि महज 16 माह का है और उन्होंने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज करवा लिया है. जिसके चलते इन्हे लिटिल गूगल बॉय के नाम से जाना जाने लगा है

पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते है यशस्वी पर ये मुहावरा सिद्ध हो रहा है. महज 14 माह में 26 देशों के राष्ट्र ध्वज पहचानकर वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड लंदन में अपना नाम दर्ज करा चुके यशस्वी लगातार कीर्तिमान बना रहे है. अब यशस्वी ने दो और रिकॉर्ड बनाकर दुनिया को चौका दिया है. गिनीज के बाद अब यशस्वी को हार्वर्ड रिकॉर्ड और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड ने सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया ।
इतनी कम उम्र में यह बड़ा कीर्तिमान यशस्वी के नाम दर्ज हुआ है. उन्होंने कुल 3 रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा लिया है. इस बच्चे ने महज 16 महीने की छोटी सी उम्र में दुनिया की 2 प्रतिष्ठित संस्थानों में अपना नाम दर्ज कराया है. यशस्वी ने यह कारनामा विश्व के 195 सभी देशों के झंडों को पहचान कर किया है. यशस्वी के इस कारनामे को देखकर सभी हैरान है. इससे पहले यशस्वी अब न केवल विश्व के सभी देशों के नाम जानते है बल्कि उन सभी देशों की राजधानियों के नाम भी बखूबी बता सकते है.

यशस्वी के दादा अवनीश मिश्रा पेशे से शिक्षक है और वर्तमान में वह रीवा के दुआरी हायर सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत हैं. जबकि, यशस्वी की माता शिवानी मिश्रा और पिता संजय मिश्रा बिजनेस मैन है. 16 महीने के यशस्वी के इस आश्चर्यचकित उपलब्धि को देखते हुए यशस्वी के दादा,माता, और पिता सभी यशस्वी को नाम रोशन करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.अब इस बालक ने अपनी क्षमता का लोहा विंध्य ही नहीं विश्व स्तर पर मनवा दिया है और अपनी पहचान गूगल बॉय के नाम से बना ली है.

यशस्वी इस समय विज्ञान, भौतिकी, गणित, रसायन शास्त्र, ज्यामितीय भाषा, इतिहास, विश्व भूगोल और सामान्य ज्ञान से जुड़े विभिन्न पहलुओं की आरंभिक जानकारी ले रहे है. वर्तमान में यशस्वी इन सभी विषयो से जुड़े विभिन्न नाम चित्र और वस्तु से जुड़े लगभग 1 हजार से ज्यादा फ्लैस कार्ड पहचानते है, इस उम्र में किसी बच्चे का किया गया ऐसा कार्य एक नया रिकार्ड बन सकता है. अब यशस्वी के माता-पिता इस रिकॉर्ड को जल्द ही दर्ज करने का प्रयास कर रहे है. लगातार मिली इन उपलब्धि की वजह से यशस्वी ‘लिटिल गुगल ब्वाय’ के नाम से ख्याति देश-दुनिया में हासिल कर रहे है.
जहां यह पूरे परिवार के लिए गौरव की बात है, वहीं समूचे विंध्य का सम्मान है।