
जबलपुर मध्यप्रदेश
जबलपुर की राजनीतिक पावर की कमी के चलते हमेशा इस शहर के साथ छलावा होता आया है। इसी कमी का सबसे अधिक फायदा दूसरे बडे शहरो के राजनैतिज्ञो ने उठाया । ज्ञात है कि धीरे धीरे जबलपुर से अनेक मुख्यालय यहा से बडे शहरो मे स्थानांतरित होते रहे है। इसी कड़ी मे मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ का बीडी श्रमिको के कल्याण हेतु बनाया गया प्रदेश का कार्यालय जबलपुर से भोपाल चुपचाप शिफ़्ट किया जा रहा है । भोपाल के एक पेपर में इस आशय का विज्ञापन भी प्रकाशित हुआ था । इसको देखकर जबलपुर के भारतीय मज़दूर संघ के द्वारा कार्यालय को भोपाल शिफ़्ट किए जाने का विरोध किया है ।
भारतीय मज़दूर संघ के ज़िला मंत्री कृष्णकांत शर्मा ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि जबलपुर प्रवास पर पधारें केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल जी से संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपकर कार्यालय को अन्यत्र शिफ़्ट न किया जाए इस बाबत चर्चा की । ज्ञापन के दौरान माननीय प्रह्लाद पटेल जी ने इस संबंध में श्रम मंत्री भारत सरकार से दिल्ली में बात करके हर संभव मदद का आश्वासन दिया ।
ज्ञात हो कि बिड़ी खदान के श्रमिकों के लिए केंद्र द्वारा मप्र छत्तीसगढ़ परिक्षेत्र के लिए जबलपुर में कार्यालय कल्याण आयुक्त श्रम कल्याण संगठन की स्थापना लगभग 35 वर्षों पूर्व की गयी थी । वर्तमान में म प्र में सबसे ज़्यादा बिड़ी श्रमिक जबलपुर तथा इसके आसपास के क्षेत्रों जिनमे पाटन कटंगी गाडरवारा सीहोरा दमोह नोहटा रहली सागर गढ़ाकोटा खराई इत्यादि में है ।अभी जबलपुर में कार्यालय होने से किसी को असुविधा नहीं होती है । जबलपुर से भोपाल कार्यालय जाने से बहुत असुविधा होगी ।
ज्ञापन के दौरान भारतीय मज़दूर संघ की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य लता सिंह ज़िला अध्यक्ष राजकुमार सैयाम ज़िला मंत्री कृष्णकांत शर्मा द्वारिका कुशवाहां लालजी मरावी कुलदीप राजपूत वीणा जड़ियाँ अखिलेश सोनी सुशील जी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे ।